मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से शुरू हुई ‘वॉश ऑन व्हील्स’ योजना अब पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। शनिवार को भोपाल में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नवाचार की सराहना करते हुए इसे जनभागीदारी से स्वच्छता की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। इस वॉश ऑन व्हील्स योजना से जुड़ कर छिंदवाड़ा की मंगुभाई पटेल ने अब तक 25 लाख 60 हजार रुपये की कमाई कर चुकी है और यही कारण है कि पीएम मोदी खुद इस योजना और कमाई सुन कर खुश हो गए।
पीएम मोदी ने पूछा अनुभव, अनामिका ने किया प्रभावित
मध्य प्रदेश में आयोजित महिला महासम्मेलन के दौरान जब ‘वॉश ऑन व्हील्स’ की प्रस्तुति दी गई, तो छिंदवाड़ा की स्वच्छता साथी अनामिका बेलवंशी मंच पर मौजूद थीं। पीएम मोदी ने अनामिका से उनके अनुभव पूछे और बातचीत के दौरान उनके आत्मविश्वास, कार्य के प्रति समर्पण और ऊर्जा की जमकर तारीफ की। अनामिका ने बताया कि वे इस योजना से कब और कैसे जुड़ीं और किस तरह से गांवों में स्वच्छता का कार्य कर रही हैं। प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत संवाद यह दर्शाता है कि यह योजना अब केवल एक परियोजना नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन का प्रतीक बन चुकी है।
पूरे मध्य प्रदेश में लागू होगा छिंदवाड़ा मॉडल
कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी और छिंदवाड़ा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अग्रिम कुमार भी मंच पर उपस्थित थे। दोनों अधिकारियों ने बताया कि 15 जुलाई 2025 के बाद यह मॉडल पूरे मध्य प्रदेश में लागू किया जाएगा। इसके लिए राज्य स्तर पर एक विशेष समिति गठित कर दी गई है, जिसकी जिम्मेदारी सीईओ अग्रिम कुमार को दी गई है। यह समिति योजना के संचालन, तकनीकी पहलुओं और एप के जरिए निगरानी की प्रक्रिया को सुनिश्चित करेगी।
देखें क्या है ‘वॉश ऑन व्हील्स’?
‘वॉश ऑन व्हील्स’ एक ऐसा मोबाइल वाहन है जिसमें बैटरी से चलने वाली वॉशिंग मशीन, पीपीई किट, मास्क, ग्लव्स और अन्य सफाई सामग्री उपलब्ध होती है। इस वाहन के माध्यम से गांवों के स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सार्वजनिक शौचालयों की नियमित सफाई की जाती है। पूरी सेवा ट्रेंड महिला स्वच्छता साथियों द्वारा संचालित की जाती है, जिससे न सिर्फ स्वच्छता सुनिश्चित होती है बल्कि महिलाओं को आय का जरिया भी मिलता है।
25 लाख 60 हजार से ज्यादा हुई अब तक कमाई
इस योजना की शुरुआत 26 सितंबर 2024 को छिंदवाड़ा जिले के ग्राम पंचायत छिंदी से राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने की थी। अब तक 34 महिला स्वच्छता साथी इस योजना से जुड़ चुकी हैं। इनके माध्यम से अब तक 27,228 शौचालयों की सफाई की जा चुकी है, जिनमें 19,331 व्यक्तिगत शौचालय शामिल हैं। योजना से स्वच्छता साथियों की कुल कमाई 25 लाख 60 हजार रुपये से अधिक हो चुकी है। औसतन एक स्वच्छता साथी की मासिक आमदनी 25 हजार रुपये तक पहुंच रही है, जो ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का मजबूत आधार बन चुका है।
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अनामिका बेलवंशी बनीं सशक्तिकरण की पहचान
छिंदवाड़ा की अनामिका बेलवंशी जैसी महिलाएं अब सिर्फ स्वच्छता कार्यकर्ता नहीं रहीं, वे गांवों की रोल मॉडल बन चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंच से उनकी प्रशंसा और संवाद ने इस प्रयास को राष्ट्रीय मान्यता दिलाई है। यह पहल न सिर्फ स्वच्छ भारत मिशन को गति दे रही है, बल्कि ग्रामीण भारत में महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है।
‘वॉश ऑन व्हील्स’ जैसे स्थानीय नवाचार जब राष्ट्रीय मंच पर पहुंचते हैं, तो यह साबित होता है कि छोटे कस्बों और गांवों से भी बड़े परिवर्तन की शुरुआत हो सकती है। छिंदवाड़ा का यह मॉडल स्वच्छता, तकनीक और महिला सशक्तिकरण का सफल मेल है, जिसे अब पूरे प्रदेश में लागू किया जाना इस बात का संकेत है कि यह विचार दूरगामी असर छोड़ने वाला है।
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