मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम अब शहरी परिवहन के क्षेत्र में एक नई पहल करने जा रह है। शहरवासियों को किफायती, सुरक्षित और नियंत्रित किराये पर यात्रा सुविधा देने के उद्देश्य से नगर निगम जल्द ही सरकारी कैब सर्विस शुरू करेगा। जो कि इस सेवा को पहले चरण में मेट्रो स्टेशन से जुड़ाव वाले इलाकों में शुरू किया जाएगा, जिससे लोग आसानी से मेट्रो तक पहुंच सकें और वहां से वापस अपने काम या जहाँ जाना चाहते हैं जा सकेंगे।
इस व्यवस्था में निजी टैक्सियों के साथ-साथ ई-रिक्शा को भी शामिल किया जाएगा, जिससे यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी की परेशानी ना हो और निजी वाहनों पर निर्भरता कम हो। खास बात यह है कि इस कैब सेवा का संचालन पूरी तरह नगर निगम और स्मार्ट सिटी मिशन के निगरानी में होगा।
स्मार्ट सिटी एप पर चलेगी यह सेवा
नगर निगम द्वारा इस कैब सेवा को ऑपरेट करने के लिए स्मार्ट सिटी एप तैयार किया जा रहा है। इस एप के ज़रिए ही राइड बुक की जा सकेगी और केवल उसी पर रजिस्टर्ड वाहनों को बुकिंग मिलेगी।
सवारी की बुकिंग से लेकर गंतव्य तक छोड़े जाने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी नगर निगम और स्मार्ट सिटी की टीम द्वारा की जाएगी, जिससे यात्रियों से मनमाना किराया वसूलने जैसी समस्याओं पर नियंत्रण रखा जा सकेगा। साथ ही, सभी रजिस्टर्ड वाहन चालकों की पूरी जानकारी एप में दर्ज रहेगी और उनका पुलिस वेरिफिकेशन भी अनिवार्य होगा।
इससे न केवल यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि कैब या ई-रिक्शा चालकों द्वारा दुर्व्यवहार की घटनाओं पर भी लगाम लगेगी, जो अक्सर निजी कैब सेवाओं में सामने आती हैं।
मेट्रो स्टेशन तक आसान पहुंच
इस नई सेवा की शुरुआत शहर के उन हिस्सों से होगी, जहां से मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना अभी चुनौतीपूर्ण है। वर्तमान में मेट्रो तक पहुंचने के लिए बड़ी संख्या में लोग निजी वाहन या दोपहिया का उपयोग करते हैं, जिससे पार्किंग और ट्रैफिक जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।
नगर निगम का मानना है कि यदि नागरिकों को उनके घर के पास से मेट्रो तक पहुंचाने और फिर मेट्रो से वापस उनके काम या जहाँ वो जाना चाहते हैं वहां तक छोड़ने की सुविधा सस्ती दरों पर मिले, तो वे निजी वाहनों के बजाय इस सार्वजनिक परिवहन विकल्प को अपनाना पसंद करेंगे।
रोजगार के अवसर भी होंगे उपलब्ध
नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि यह सेवा जल्द ही शुरू की जाएगी। इसके ज़रिए शहर के नागरिकों को जहां एक ओर सुरक्षित और सस्ती यात्रा सुविधा मिलेगी, वहीं दूसरी ओर स्थानीय युवाओं और वाहन चालकों को रोज़गार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
वर्तमान में शहर में चल रहे असंगठित ई-रिक्शा संचालन पर भी इस सेवा के ज़रिए नियंत्रण संभव होगा। निगम के पास अब इनकी संख्या, रूट और व्यवहार को ट्रैक करने का ज़रिया होगा, जिससे सड़क व्यवस्था और यातायात प्रबंधन को भी बेहतर किया जा सकेगा।
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नई कैब सर्विस से इंदौर में सार्वजनिक परिवहन को मिलेगा नया आयाम
इंदौर नगर निगम की यह पहल शहरी परिवहन में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है। जहां एक ओर यह मेट्रो के साथ शहर की कनेक्टिविटी को सशक्त करेगी, वहीं दूसरी ओर नागरिकों को महंगी और असुरक्षित निजी सेवाओं से मुक्ति मिलेगी।
अगर यह मॉडल सफल रहता है, तो आने वाले समय में इसकी पहुंच शहर के अन्य इलाकों तक भी बढ़ाई जा सकती है। यह इंदौर को स्मार्ट और सस्टेनेबल ट्रैवल की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाएगा।
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