मध्य प्रदेश बिजली कंपनियों (MPEB) ने वर्ग 3 और 4 की भर्ती परीक्षा का संशोधित रिजल्ट शुक्रवार देर रात जारी कर दिया। मार्च 2025 में आयोजित इस परीक्षा के रिजल्ट में बड़ी त्रुटि सामने आने के बाद कंपनी को रिजल्ट वापस लेना पड़ा था। खासकर असिस्टेंट ग्रेड-3 की मेरिट लिस्ट में 20 मार्च की शिफ्ट के अभ्यर्थियों के अंक जोड़े ही नहीं गए थे, जिससे भारी विरोध हुआ।
देखें क्या था पूरा मामला
मार्च 20 को आयोजित परीक्षा में भाग लेने वाले कई उम्मीदवारों ने Office Assistant Grade-III व Store Assistant जैसे पदों के लिए आवेदन किया था। एडमिट कार्ड में साफ तौर पर लिखा गया था कि दोनों पदों के लिए एक ही प्रश्नपत्र होगा और इन्हीं अंकों को दोनों पदों के लिए उपयोग किया जाएगा। लेकिन परिणाम में Office Assistant Grade-III के लिए इन उम्मीदवारों के अंक शामिल ही नहीं किए गए।
जब इस चूक को लेकर उम्मीदवारों ने आपत्ति जताई और मीडिया पोर्टल द सूत्र ने मामला उठाया, तब कंपनी ने गलती स्वीकार की और रिजल्ट को संशोधित कर पुनः जारी किया।
संशोधित रिजल्ट में हुआ बदलाव
असिस्टेंट ग्रेड-3 के 818 पदों में से 717 पदों को 87-13 के फार्मूले के अनुसार मेरिट में रखा गया।
इनमें से केवल 545 पदों की मेरिट सूची ही अभी तक जारी की गई है, बाकी पदों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
20 मार्च की शिफ्ट से करीब 20 नए उम्मीदवारों के नाम अब चयन सूची में जुड़े हैं।
जारी हुई कटऑफ लिस्ट
श्रेणी | पुरुष (कटऑफ %) | महिला (कटऑफ %) |
---|---|---|
UR | 83.77% | 80.34% |
OBC | 82.81% | 79.24% |
SC | 77.86% | 71.58% |
ST | 71.94% | 67.20% |
EWS | 82.79% | 77.62% |
अब भी बाकी हैं कुछ सवाल
अंकसूची अभी जारी नहीं हुई है, यानी किसने कितने अंक पाए और मेरिट में कौन टॉपर रहा – यह स्पष्ट नहीं है।
चयन सूची रोल नंबर क्रम में है, मेरिट क्रम में नहीं।
पूरा 87% कोटा भी फिलहाल भरा नहीं गया है, जिससे उम्मीदवारों में असंतोष बना हुआ है।
रिजल्ट में विवाद और राजनीतिक आरोप
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा:
“रिज़ल्ट में पारदर्शिता नहीं है। पहले 70-80 अंक लाने वाले SC-ST व General अभ्यर्थी बाहर कर दिए गए थे। यह कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि सरकार की नीयत में खोट है।”
उन्होंने पूछा कि जब ऊर्जा मंत्री ने खुद चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी, तो रिज़ल्ट हटाने की जरूरत क्यों पड़ी?
अधिकारी ने मानी गलती
कंपनी के एक अधिकारी ने माना कि रिजल्ट तैयार करने में गंभीर चूक हुई और 20 मार्च की परीक्षा के अंक Office Assistant Grade-III में जोड़ना भूल गए थे। इस आधार पर कंपनी के एमडी ने दोबारा मेरिट सूची तैयार करने के आदेश दिए, जिसके बाद यह संशोधित सूची जारी की गई।
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MPEB की यह गलती हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य से जुड़ी थी। संशोधित रिजल्ट से कुछ उम्मीदवारों को राहत जरूर मिली है, लेकिन पूरा मामला अब भी पारदर्शिता की कमी, अधूरी जानकारी और अंक सूची के अभाव में अधूरा प्रतीत होता है। अब उम्मीदवारों को अंक सूची और पूरा मेरिट ऑर्डर जारी होने का इंतजार है, जिससे अंतिम स्थिति स्पष्ट हो सके।