मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों के रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया एक बार फिर विवादों में आ गई है। तीसरी बार लास्ट डेट को आगे बढ़ा दिया गया है, लेकिन इस बार भी कारण नहीं बताया गया। शिक्षकों में भ्रम है, प्रशासन चुप है — और सब कुछ एक पुराने सॉफ्टवेयर की कमजोरी पर टिका है।
देखें क्या है पूरा मामला
स्कूल शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश द्वारा शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए अतिथि शिक्षकों का पंजीकरण और वेरिफिकेशन एजुकेशन पोर्टल 3.0 के ज़रिए किया जा रहा है। पहले यह प्रक्रिया 24 मई 2025 तक पूरी होनी थी। फिर इसे 28 मई तक बढ़ाया गया, और अब तीसरी बार इसे 31 मई 2025 तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।
हैरानी की बात ये है कि इस बार भी किसी आधिकारिक सर्कुलर में देरी की वजह नहीं बताई गई। जिससे हज़ारों आवेदकों के मन में असमंजस और नाराज़गी दोनों है।
DPI की चूक, भुगतते हैं शिक्षक
आवेदकों का कहना है कि गड़बड़ी पोर्टल में है लेकिन सज़ा उन्हें मिल रही है। GFMS पोर्टल पर कई टेक्निकल समस्याएं सामने आई हैं: ई-केवाईसी अपडेट नहीं हो रहा, जानकारी सेव नहीं हो रही, और वेरिफिकेशन सबमिट के बाद भी स्टेटस अपडेट नहीं हो रहा।
इसके बावजूद, लोक शिक्षण संचालनालय ने यह साफ कर दिया है कि यदि आवेदक निर्धारित समय-सीमा में वेरिफिकेशन नहीं करा पाते हैं, तो उनका स्कोर कार्ड जनरेट नहीं होगा और फिर वे भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिए जाएंगे। यानी गलती सिस्टम की, लेकिन जिम्मेदारी उम्मीदवारों की।
शिक्षकों में नाराज़गी
शिक्षकों और शिक्षक संघों का कहना है कि प्रशासनिक लेवल पर न तो पारदर्शिता है और न ही जवाबदेही। पोर्टल की तकनीकी खामियों के बावजूद बार-बार लास्ट डेट बदलकर केवल समय बढ़ाया जा रहा है, कोई समाधान नहीं दिया जा रहा।
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कई शिक्षकों का कहना है कि पोर्टल की प्रोग्रामिंग करने वाले अधिकारियों को विषयों और डिग्री कोर्स की बेसिक समझ भी नहीं है। नतीजतन, स्कोर जनरेशन से लेकर चयन तक की पूरी प्रक्रिया में बड़ी गड़बड़ियां हो रही हैं।
देखें जनता और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
सरकारी पोर्टल हो या भर्ती प्रक्रिया, हर बार शिक्षकों को मानसिक तौर पर थकाया जाता है। भोपाल के एक अतिथि शिक्षक ने बताया कि “मुझे लगता है कि शिक्षा विभाग को सिर्फ तारीख बढ़ाने की बजाय प्रक्रिया को दुरुस्त करने पर ध्यान देना चाहिए। अगर पोर्टल खुद सही से काम नहीं कर रहा, तो आखिर एक बेरोज़गार शिक्षक उस गलती का दोषी कैसे हो सकता है?
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सोशल मीडिया पर भी शिक्षक अपनी नाराज़गी जता रहे हैं। ट्विटर (अब X) और टेलीग्राम ग्रुप्स में कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि कब तक ये अनिश्चितता और लापरवाही झेलनी पड़ेगी।
यदि आप भी एक अतिथि शिक्षक हैं और आपने अब तक वेरिफिकेशन नहीं कराया है, तो 31 मई 2025 से पहले GFMS पोर्टल पर जाकर तुरंत प्रक्रिया पूरी करें। ध्यान रखें तकनीकी गड़बड़ियों को स्क्रीनशॉट लेकर संभाल कर रखें, ताकि भविष्य में कोई विवाद की स्थिति बनती है तो आपके पास प्रमाण हो।
सरकार ने मौका तो दे दिया, लेकिन समाधान नहीं। केवल तारीखें आगे बढ़ाना काफी नहीं है, जब तक तकनीक और टीम — दोनों जवाबदेह नहीं बनते। ऐसी ही ज़मीनी खबरों के लिए जुड़े रहें atmarammahavidyalaya.com से, और अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
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