अगर आप 12वीं में CBSE बोर्ड से शानदार नंबर लाते हैं, तो अब आपका विदेश में पढ़ने का सपना हकीकत बन सकता है। हांगकांग यूनिवर्सिटी (HKU) ने भारतीय छात्रों के लिए एक ऐसी स्कॉलरशिप लॉन्च की है, जो उनकी पूरी पढ़ाई, रहने और खाने तक का खर्च उठाएगी। QS World Ranking में टॉप 20 में आने वाली ये यूनिवर्सिटी अब भारत के होनहार टीनएजर्स को इंटरनेशनल एजुकेशन का मौका दे रही है। जिससे CBSE छात्रों के लिए हांगकांग यूनिवर्सिटी में फ्री पढाई करने का सुनहरा मौका है।
हांगकांग यूनिवर्सिटी की इस खास स्कॉलरशिप के लिए सिर्फ वही छात्र पात्र हैं, जिन्होंने CBSE बोर्ड की 12वीं कक्षा में 90% या उससे ज्यादा अंक हासिल किए हों। इसके अलावा इंग्लिश में अच्छी समझ और बोलने की क्षमता भी जरूरी है, क्योंकि यहां की पढ़ाई का माध्यम पूरी तरह अंग्रेजी है। हर कोर्स की अपनी खास eligibility होती है, जिसे आवेदन से पहले ध्यान से पढ़ना होगा।
इन कोर्सेस के लिए खुला है गोल्डन गेट
HKU ने जिन विषयों में स्कॉलरशिप के तहत एडमिशन ऑफर किया है, उनमें Innovation, Technology, Business और Digital के सबसे cutting-edge कोर्स शामिल हैं। कुछ लोकप्रिय कोर्स इस प्रकार हैं:-
- BBA in Business Analytics
- BEng in Computer Science
- BASc in FinTech
- BSc in Actuarial Science
- BSc in Marketing Analytics & Tech
- BEng in AI & Data Science
इन प्रोग्राम्स के ज़रिए छात्र सिर्फ एक डिग्री ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में competition के लिए तैयार हो सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है
जो छात्र इस स्कॉलरशिप का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें हांगकांग यूनिवर्सिटी की International / Non-JUPAS Admission Scheme के तहत आवेदन करना होगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट admissions.hku.hk पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। दस्तावेजों में 12वीं की मार्कशीट, पासपोर्ट की कॉपी और English proficiency certificate (जैसे IELTS या TOEFL) शामिल होंगे। ध्यान रखें कि सभी फॉर्म और डॉक्युमेंट्स सही ढंग से और समय पर अपलोड करने होंगे।
यह भी पढ़ें – कर्मचारियों को राहत पर राहत: तबादले की तारीख बढ़ी, इलाज का 80% एडवांस, अब पहली सैलरी भी पूरी मिलेगी
जनता क्या सोचती है इस स्कॉलरशिप को लेकर?
“इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी अगर पढ़ाई का पूरा खर्च उठा रही है, तो ये हमारे जैसे मिडिल क्लास स्टूडेंट्स के लिए किसी वरदान से कम नहीं,” ऐसा कहना है दिल्ली की एक छात्रा रिद्धि का। वहीं कई माता-पिता मानते हैं कि ऐसे मौके भारत के टैलेंट को इंटरनेशनल लेवल पर दिखाने में मदद करेंगे।
मुझे लगता है कि यह स्कॉलरशिप सिर्फ पढ़ाई की नहीं, सोच की भी आज़ादी है — जहाँ एक स्टूडेंट अपने सपनों को लेकर किसी आर्थिक दबाव में नहीं होता। ये भारत के युवाओं के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
अगर आप या आपके किसी जानने वाले ने CBSE बोर्ड में अच्छा प्रदर्शन किया है और इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर खुद को साबित करना चाहता है, तो इस स्कॉलरशिप को मिस मत कीजिए। साथ ही ऐसी ही खबरों के लिए जुड़े रहें, और अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।
यह भी पढ़ें – CBSE का बड़ा ऐलान: 15 जुलाई से होगी सप्लीमेंट्री परीक्षा, फीस और गाइडलाइंस जारी