MP News: मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी से मंगलवार को सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक ने कई बड़े ऐलानों की झड़ी लगा दी। राजा भभूत सिंह की स्मृति में आयोजित इस ऐतिहासिक बैठक में न केवल प्रशासनिक ढांचे में बड़े बदलाव किए गए, बल्कि महिला सशक्तिकरण से लेकर पर्यटन विकास तक, राज्य को नई दिशा देने वाले कई फैसले लिए गए।
राजस्व विभाग में 500 पद समाप्त कर 1200 नए पदों की स्वीकृति दी गई है, जिसमें IT सेक्टर को प्रमुखता मिलेगी। इसके अलावा महिलाओं को अब सुरक्षित तरीके से रात में काम करने का अधिकार भी मिलेगा — ये बदलाव सिर्फ नीतिगत नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की नींव हैं।
IT क्षेत्र में बंपर नौकरियां
राजस्व विभाग में पुराने 500 पदों को खत्म कर अब 1200 नए पद सृजित किए जाएंगे, जिनमें IT से जुड़े पदों को विशेष तवज्जो दी जाएगी। सरकार का मानना है कि इससे फील्ड लेवल पर समस्याओं का तकनीकी समाधान तेजी से संभव हो सकेगा। नए पदों से न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि सिस्टम की पारदर्शिता और कार्यक्षमता में भी इजाफा होगा।
महिलाओं को मिला बड़ा अधिकार
मोहन कैबिनेट ने श्रम विभाग के नियमों में बड़ा संशोधन किया है। अब महिलाएं भी रात की शिफ्ट में सुरक्षित तरीके से काम कर सकेंगी, जिससे जॉब के अवसरों में लैंगिक असमानता को कम किया जा सकेगा। यह कदम महिलाओं को अधिक आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम पड़ाव है।
पचमढ़ी में 54 करोड़ के कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने पचमढ़ी प्रवास के दौरान करीब 54 करोड़ रुपये की लागत से 17 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया।
इनमें पर्यटन सुविधाएं, महिला सशक्तिकरण के लिए पिंक टॉयलेट, स्वीमिंग पूल, पाइपलाइन वॉटर सिस्टम, और हिलटॉप होम-स्टे जैसे कार्य शामिल हैं। सरकार का उद्देश्य है कि पचमढ़ी जैसे स्थलों को इंटरनेशनल टूरिज़्म मैप पर लाया जाए।
IIT इंदौर में बनेगा एग्रो टेक्नोलॉजी हब
मोहन कैबिनेट ने IIT इंदौर में एग्रो IIT हब स्थापित करने का प्रस्ताव पास किया है। यह हब कृषि से जुड़े युवा स्टार्टअप्स को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा और नवाचार को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी मिलना इस बात का संकेत है कि राज्य कृषि क्षेत्र को भविष्य की दिशा में ले जाने की तैयारी कर चुका है।
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राजा भभूत सिंह को दी गई ऐतिहासिक श्रद्धांजलि
मोहन कैबिनेट बैठक जनजातीय नायक और स्वतंत्रता सेनानी राजा भभूत सिंह की स्मृति में पचमढ़ी में आयोजित की गई थी। सरकार ने पचमढ़ी वन्यजीव अभ्यारण्य का नाम भी अब राजा भभूत सिंह अभ्यारण्य रखने का निर्णय लिया है। यह कदम सांस्कृतिक पहचान और लोकगौरव को मजबूती देता है।
राजस्व में IT पदों की बढ़ोत्तरी और महिलाओं को नाइट शिफ्ट में काम की इजाजत — ये दोनों फैसले साफ दिखाते हैं कि मोहन सरकार परंपरा से आगे निकलकर प्रगति की सोच पर चल रही है। जहां एक ओर युवा वर्ग को नए अवसर मिलेंगे, वहीं महिलाएं भी अब सुरक्षित वातावरण में अपनी भूमिका को और मजबूत कर सकेंगी। हालांकि, अब निगाहें इस पर टिकी होंगी कि ये घोषणाएं जमीन पर कितनी जल्दी उतरती हैं और इनका जन-जीवन पर वास्तविक प्रभाव कितना पड़ता है।
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मोहन सरकार के इन फैसलों पर आपका क्या नजरिया है? क्या आप इन परिवर्तनों को मध्य प्रदेश के विकास की ओर एक मजबूत कदम मानते हैं? अपनी राय नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं, और ऐसी ही खबरों के लिए जुड़े रहें atmarammahavidyalaya.com से।