मध्य प्रदेश में एक तरफ जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कृषि उद्योग समागम में किसानों को ‘अगले उद्योगपति’ बनने का मंत्र दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भोपाल के एक विकलांग बुजुर्ग की बिजली सप्लाई गर्मी के चरम पर काट दी जाती है। एक ओर 5 रुपये में बिजली कनेक्शन देने की सरकारी घोषणा है, और दूसरी ओर लाचार परिवारों की बेसुधी भी!
सरकारी दफ्तरों को सिर्फ 5 रुपये में मिलेगा नया कनेक्शन
मध्य प्रदेश बिजली विभाग ने घोषणा की है कि अब शासकीय, अर्धशासकीय विभागों और निगम-मंडलों को महज ₹5 में नया बिजली कनेक्शन मिलेगा। इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल, एमपी ऑनलाइन सेवा केंद्र, या टोल फ्री नंबर 1912 के जरिए आवेदन किया जा सकता है।
उद्देश्य है सरकारी कार्यों में तेजी लाना और डिजिटल फॉर्मेट में प्रक्रियाएं आसान करना। लेकिन ये राहत सिर्फ दफ्तरों तक ही सीमित है। आम जनता के लिए अभी भी राहत दूर की बात लगती है।
गांवों से निकलेगा भारत का नया उद्योग
नरसिंहपुर में आयोजित कृषि उद्योग समागम 2025 में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने साफ कहा, “अब किसान सिर्फ अन्नदाता नहीं, बल्कि भारत की आर्थिक रीढ़ बनेंगे।” उनका कहना था कि जैसे अमेरिका में किसान अमीर हैं, वैसे ही भारत में भी एग्रो इंडस्ट्रीज से गांवों को मजबूत किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी के “ऑपरेशन सिंदूर” का जिक्र करते हुए उन्होंने देश की सुरक्षा और स्वाभिमान को सबसे ऊपर रखा। मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों के लिए नई योजनाएं भी लॉन्च कीं — जिसमें सोलर पंप, प्रोसेसिंग यूनिट्स और 5 रुपये में बिजली कनेक्शन जैसी घोषणाएं शामिल रहीं।
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विकलांग बुजुर्ग का कनेक्शन काटा – हंगामा
भोपाल के नरेला इलाके में एक दर्दनाक मामला सामने आया, जहां पैरालिसिस से जूझ रहे मुनीर अहमद का बिजली कनेक्शन काट दिया गया। उन पर गलत बिलिंग और बिजली चोरी का झूठा आरोप लगाया गया, जबकि वह एक कच्चे मकान में व्हीलचेयर पर रहते हैं।
जब कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला और कार्यकर्ता उनके पक्ष में चांदबड़ बिजली दफ्तर पहुंचे, तो अधिकारियों ने न सिर्फ बात सुनने से इनकार किया, बल्कि उल्टा पीड़ित को ही आरोपी बताने लगे। नतीजा – दफ्तर में जबरदस्त हंगामा और नारेबाज़ी।
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लोगों का मानना है कि सिर्फ घोषणाएं काफी नहीं होतीं, जब तक ज़मीन पर सिस्टम आम आदमी के साथ न्याय नहीं करता। “किसान को उद्योगपति बनाना है तो पहले उसे इंसान समझो”, एक युवा किसान की यही प्रतिक्रिया थी।
मुझे लगता है, भारत का विकास तभी होगा जब उपर से लेकर नीचे तक हर वर्ग को बराबर सम्मान और सुविधा मिले — न कि सिर्फ घोषणाओं की झड़ी।
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