MP News: मध्य प्रदेश रतलाम जिले के आलोट के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ, जब यहां शिक्षा के क्षेत्र में दो अहम संस्थानों का लोकार्पण हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आलोट में सांदीपनि विद्यालय और नवोदय विद्यालय का उद्घाटन किया। 40 करोड़ से अधिक की लागत से तैयार इन स्कूलों से न केवल शिक्षा के संसाधन बढ़ेंगे, बल्कि क्षेत्र के बच्चों को उज्जैन या रतलाम जैसे शहरों में पढ़ाई के लिए जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
रतलाम जिले में आयोजित इस कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत की मौजूदगी ने आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया। सांदीपनि विद्यालय में अकेले 1600 से अधिक छात्रों की पढ़ाई की व्यवस्था होगी और उन्हें स्कूल बस सुविधा भी मिलेगी, जिससे दूरदराज़ के छात्रों को राहत मिलेगी।
सरकारी स्कूलों में इंटरनेट और AI की पढ़ाई की तैयारी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस अवसर पर भविष्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना है कि देश के हर सरकारी स्कूल में इंटरनेट की सुविधा दी जाए और पढ़ाई में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल किया जाए।
उन्होंने कहा कि अब सरकारी स्कूल भी निजी स्कूलों की तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। बीते वर्षों में केंद्रीय विद्यालयों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ-साथ शासकीय शिक्षा व्यवस्था का स्तर लगातार सुधर रहा है। ऐसे में यह निर्णय छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा से जोड़ने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
सीएम मोहन यादवने नवोदय को सड़क और जिले को क्रूज का तोहफा दिया
सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने भाषण में सरकारी स्कूलों की तारीफ करते हुए कहा कि 2025 के शैक्षणिक सत्र में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों के छात्रों का प्रदर्शन कहीं बेहतर रहा है। नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी शासकीय स्कूलों के छात्रों ने ज़बर्दस्त सफलता हासिल की है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने कार्यक्रम में घोषणा की कि जवाहर नवोदय विद्यालय को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए सड़क बनाई जाएगी, ताकि छात्रों को आवागमन में सुविधा हो। इसके अलावा उन्होंने जिले के सिपावरा क्षेत्र में क्षिप्रा और चंबल नदियों के संगम स्थल तक क्रूज सेवा शुरू करने की बात कही। उनका यह कदम न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास के लिए भी एक नई दिशा खोलेगा।
शिक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास की भी शुरुआत
इस डबल गिफ्ट के ज़रिए जहां एक ओर शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने की तैयारी है, वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय विकास को भी रफ्तार देने का वादा किया गया है। सरकारी स्कूलों को इंटरनेट से जोड़ना, AI तकनीक को पढ़ाई में शामिल करना और छात्रों को बस व सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं देना ये सभी कदम एक बड़ी सोच का हिस्सा हैं।
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इस आयोजन के बाद स्थानीय लोगों में उम्मीद की नई किरण जगी है। अभिभावकों ने उम्मीद जताई है कि अब उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और सरकारी स्कूलों में भी वो सब कुछ मिलेगा जो अब तक केवल प्राइवेट संस्थानों तक सीमित था।
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